बुद्धिर्मनीषा धिषणा धी: प्रज्ञा शेमुषी मतिः । प्रेक्षोपलब्धिश्चित्संवित्प्रतिपज्ज्ञप्तिचेतनाः ॥ १ ॥
शब्दसङ्ख्या | प्रातिपदिकम् | प्रथमान्तःशब्दः | लिङ्गम् | व्युत्पत्तिः | प्रत्ययः/ समासनाम | वृत्तिः/शब्दप्रकारः | किमन्तः शब्दः |
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1 | बुद्धि | बुद्धिः | स्त्रीलिङ्गः | बुध्यतेऽनया । | क्तिन् | कृत् | इकारान्तः |
2 | मनीषा | मनीषा | स्त्रीलिङ्गः | मनस ईषा । | तत्पुरषः | समासः | आकारान्तः |
3 | धिषणा | धिषणा | स्त्रीलिङ्गः | धृष्णुवन्त्यनया । | युच् | उणादिः | आकारान्तः |
4 | धी | धीः | स्त्रीलिङ्गः | ध्यायत्यनया । | क्विप् | कृत् | ईकारान्तः |
5 | प्रज्ञा | प्रज्ञा | स्त्रीलिङ्गः | प्रज्ञायतेऽनया । | अङ् | कृत् | आकारान्तः |
6 | शेमुषी | शेमुषी | स्त्रीलिङ्गः | शेते । मोहः । तं मुष्णाति । | विच् | कृत् | ईकारान्तः |
7 | मति | मतिः | स्त्रीलिङ्गः | मन्यतेऽनया । | क्तिन् | कृत् | इकारान्तः |
8 | प्रेक्षा | प्रेक्षा | स्त्रीलिङ्गः | प्रकृष्टमीक्षणम् । | अः | कृत् | आकारान्तः |
9 | उपलब्धि | उपलब्धिः | स्त्रीलिङ्गः | उपलम्भनम् । | क्तिन् | कृत् | इकारान्तः |
10 | चित् | चित् | स्त्रीलिङ्गः | क्विप् | कृत् | तकारान्तः | |
11 | संविद् | संवित् | स्त्रीलिङ्गः | संवेदनम् । | क्विप् | कृत् | दकारान्तः |
12 | प्रतिपत् | प्रतिपद् | स्त्रीलिङ्गः | प्रातिपदनम् । | क्विप् | कृत् | तकारान्तः |
13 | ज्ञप्ति | ज्ञप्तिः | स्त्रीलिङ्गः | क्तिन् | कृत् | इकारान्तः | |
14 | चेतना | चेतना | स्त्रीलिङ्गः | युच् | कृत् | आकारान्तः |