द्वे याचितायाचितयोर्यथासंख्यं मृतामृते । सत्यानृतं वणिग्भावः स्यादृणं पर्युदञ्चनम् ॥ ३ ॥
शब्दसङ्ख्या | प्रातिपदिकम् | प्रथमान्तःशब्दः | लिङ्गम् | व्युत्पत्तिः | प्रत्ययः/ समासनाम | वृत्तिः/शब्दप्रकारः | किमन्तः शब्दः |
---|---|---|---|---|---|---|---|
1 | मृत | मृतम् | नपुंसकलिङ्गः | मृतं चामृतं च ॥ | क्त | कृत् | अकारान्तः |
2 | अमृत | अमृतम् | नपुंसकलिङ्गः | क्त | कृत् | अकारान्तः | |
3 | सत्यानृत | सत्यानृतम् | नपुंसकलिङ्गः | सत्यसहितमनृतम् । | तत्पुरुषः | समासः | अकारान्तः |
4 | वणिग्भाव | वणिग्भावः | पुंलिङ्गः | वणिजो भावः ॥ | तत्पुरुषः | समासः | अकारान्तः |
5 | ऋण | ऋणम् | नपुंसकलिङ्गः | अर्यते स्म । | क्त | कृत् | अकारान्तः |
6 | पर्युदञ्चन | पर्युदञ्चनम् | नपुंसकलिङ्गः | परित उदश्यते । | ल्युट् | कृत् | अकारान्तः |