सेनामुखं गुल्मगणौ वाहिनी पृतना चमूः । अनीकिनी दशानीकिन्योऽक्षौहिण्यथ सम्पदि ॥ ८१ ॥
शब्दसङ्ख्या | प्रातिपदिकम् | प्रथमान्तःशब्दः | लिङ्गम् | व्युत्पत्तिः | प्रत्ययः/ समासनाम | वृत्तिः/शब्दप्रकारः | किमन्तः शब्दः |
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1 | सेनामुख | सेनामुखम् | नपुंसकलिङ्गः | तिस्रः पत्तयः सेनामुखम् । | तत्पुरुषः | समासः | अकारान्तः |
2 | गुल्म | गुल्मः | पुंलिङ्गः, नपुंसकलिङ्गः | गुडति, गुड्यते, वा । | म | बाहुलकात् | अकारान्तः |
3 | गण | गणः | पुंलिङ्गः | गणयति वा । | घञ् | कृत् | अकारान्तः |
4 | वाहिनी | वाहिनी | स्त्रीलिङ्गः | इनि | तद्धितः | ईकारान्तः | |
5 | पृतना | पृतना | स्त्रीलिङ्गः | आकारान्तः | |||
6 | चमू | चमू | स्त्रीलिङ्गः | ऊकारान्तः | |||
7 | अनीकिनी | अनीकिनी | स्त्रीलिङ्गः | ईकारान्तः | |||
8 | अक्षौहिणी | अक्षौहिणी | स्त्रीलिङ्गः | इनि | तद्धितः | ईकारान्तः | |
9 | संपद् | संपद् | स्त्रीलिङ्गः | सम्पदनम् अनया वा । | क्विप् | कृत् | दकारान्तः |