एकेभैकरथा त्र्यश्वा पत्तिः पञ्चपदातिका । पत्त्यङ्गैस्त्रिगुणैः सर्वैः क्रमादाख्या यथोत्तरम् ॥ ८० ॥
शब्दसङ्ख्या | प्रातिपदिकम् | प्रथमान्तःशब्दः | लिङ्गम् | व्युत्पत्तिः | प्रत्ययः/ समासनाम | वृत्तिः/शब्दप्रकारः | किमन्तः शब्दः |
---|---|---|---|---|---|---|---|
1 | पत्ति | पत्तिः | पुंलिङ्गः | एक इभो यस्याम् । | क्तिन् | स्त्रीप्रत्ययः | इकारान्तः |