स्युः प्रभारुग्ग्रुचिस्त्विड्भाभाश्छविद्युतिदीप्तयः । रोचि: शोचिरुभे क्लीबे प्रकाशो द्योत आतपः ॥ ३४ ॥
शब्दसङ्ख्या | प्रातिपदिकम् | प्रथमान्तःशब्दः | लिङ्गम् | व्युत्पत्तिः | प्रत्ययः/ समासनाम | वृत्तिः/शब्दप्रकारः | किमन्तः शब्दः |
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1 | प्रभा | प्रभा | स्त्रीलिङ्गः | प्रभाति । | क | कृत् | आकारान्तः |
2 | रुच् | रुक्/रुग् | स्त्रीलिङ्गः | रोचते । | क्विप् | कृत् | चकारान्तः |
3 | रुचि | रुचिः | स्त्रीलिङ्गः | रोचते । | इन् | उणादिः | इकारान्तः |
4 | त्विष् | त्विट्/त्विड् | स्त्रीलिङ्गः | त्वेषति । | क्विप् | कृत् | षकारान्तः |
5 | भा | भाः | स्त्रीलिङ्गः | ड | कृत् | आकारान्तः | |
6 | भास् | भाः | स्त्रीलिङ्गः | क्विप् | कृत् | सकारान्तः | |
7 | छवि | छविः | स्त्रीलिङ्गः | छयति छिनति वा | क्विन् | उणादिः | इकारान्तः |
8 | द्युति | द्युतिः | स्त्रीलिङ्गः | द्योततेऽनया । | इन् | उणादिः | इकारान्तः |
9 | दीप्ति | दीप्तिः | स्त्रीलिङ्गः | दीप्यतेऽनया । | क्तिन् | कृत् | इकारान्तः |
10 | रोचिस् | रोचिः | नपुंसकलिङ्गः | रोचतेऽनेन । | इसि | उणादिः | सकारान्तः |
11 | शोचिस् | शोचिः | नपुंसकलिङ्गः | शुच्यति पूतीभवत्यनेन । | इसि | उणादिः | सकारान्तः |
12 | प्रकाश | प्रकाशः | पुंलिङ्गः | घञ् | कृत् | अकारान्तः | |
13 | द्योत | द्योतः | पुंलिङ्गः | घञ् | कृत् | अकारान्तः | |
14 | आतप | आतपः | पुंलिङ्गः | अच् | कृत् | अकारान्तः |