आपूपिकं शाष्कुलिकमेवमाद्यमचेतसाम् । माणवानां तु माणव्यं सहायानां सहायता ॥ ४० ॥
शब्दसङ्ख्या | प्रातिपदिकम् | प्रथमान्तःशब्दः | लिङ्गम् | व्युत्पत्तिः | प्रत्ययः/ समासनाम | वृत्तिः/शब्दप्रकारः | किमन्तः शब्दः |
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1 | आपूपिक | आपूपिकम् | नपुंसकलिङ्गः | ठक् | कृत् | अकारान्तः | |
2 | शाष्कुलिक | शाष्कुलिकम् | नपुंसकलिङ्गः | शष्कुलीनां समूहः | ठक् | कृत् | अकारान्तः |
3 | माणव्य | माणव्यम् | नपुंसकलिङ्गः | माणवानां समूहः | यत् | कृत् | अकारान्तः |
4 | सहायता | सहायता | स्त्रीलिङ्गः | सहायानां समूहः | तल् | कृत् | आकारान्तः |