स्याद्व्यत्यासो विपर्यासो व्यत्ययश्च विपर्यये । पर्ययोऽतिक्रमस्तस्मिन्नतिपात उपात्यय: ॥ ३३ ॥
शब्दसङ्ख्या | प्रातिपदिकम् | प्रथमान्तःशब्दः | लिङ्गम् | व्युत्पत्तिः | प्रत्ययः/ समासनाम | वृत्तिः/शब्दप्रकारः | किमन्तः शब्दः |
---|---|---|---|---|---|---|---|
1 | व्यत्यास | व्यत्यासः | पुंलिङ्गः | व्यत्यसनम् | घञ् | कृत् | अकारान्तः |
2 | विपर्यास | विपर्यासः | पुंलिङ्गः | विपर्यसनम् | घञ् | कृत् | अकारान्तः |
3 | व्यत्यय | व्यत्ययः | पुंलिङ्गः | व्यत्ययनम् | अच् | कृत् | अकारान्तः |
4 | विपर्यय | विपर्ययः | पुंलिङ्गः | विपर्यसनम् | अच् | कृत् | अकारान्तः |
5 | पर्यय | पर्ययः | पुंलिङ्गः | पर्ययणम् | अच् | कृत् | अकारान्तः |
6 | अतिक्रम | अतिक्रमः | पुंलिङ्गः | अतिक्रमणम् | घञ् | कृत् | अकारान्तः |
7 | अतिपात | अतिपातः | पुंलिङ्गः | अतिपतनम् | घञ् | कृत् | अकारान्तः |
8 | उपात्यय | उपात्ययः | पुंलिङ्गः | उपात्ययनम् | अच् | कृत् | अकारान्तः |