प्रत्युत्क्रमः प्रयोगार्थः प्रक्रमः स्यादुपक्रम: । स्यादभ्यादानमुद्धात आरम्भः संभ्रमस्त्वरा ॥ २६ ॥
शब्दसङ्ख्या | प्रातिपदिकम् | प्रथमान्तःशब्दः | लिङ्गम् | व्युत्पत्तिः | प्रत्ययः/ समासनाम | वृत्तिः/शब्दप्रकारः | किमन्तः शब्दः |
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1 | प्रत्युत्क्रम | प्रत्युत्क्रमः | पुंलिङ्गः | प्रत्युत्क्रमणम् | घञ् | कृत् | अकारान्तः |
2 | प्रयोगार्थ | प्रयोगार्थः | पुंलिङ्गः | प्रयोजनम् | घञ् | कृत् | अकारान्तः |
3 | प्रक्रम | प्रक्रमः | पुंलिङ्गः | प्रक्रमणम् | घञ् | कृत् | अकारान्तः |
4 | उपक्रम | उपक्रमः | पुंलिङ्गः | उपक्रमणम् | घञ् | कृत् | अकारान्तः |
5 | अभ्यादान | अभ्यादानम् | नपुंसकलिङ्गः | आभिमुख्येनादानम् | तत्पुरुषः | समासः | अकारान्तः |
6 | उध्दात | उध्दातः | पुंलिङ्गः | उद्धननम् | घञ् | कृत् | अकारान्तः |
7 | आरम्भ | आरम्भः | पुंलिङ्गः | आरम्भणम् | घञ् | कृत् | अकारान्तः |
8 | संभ्रम | संभ्रमः | पुंलिङ्गः | संभ्रमणम् | घञ् | कृत् | अकारान्तः |
9 | त्वरा | त्वरा | स्त्रीलिङ्गः | त्वरणम् | अङ् | कृत् | आकारान्तः |