निकारो विप्रकार: स्यादाकारस्त्विङ्ग इङ्गितम् । परिणामो विकारो द्वे समे विकृतिविक्रिये ॥ १५ ॥
शब्दसङ्ख्या | प्रातिपदिकम् | प्रथमान्तःशब्दः | लिङ्गम् | व्युत्पत्तिः | प्रत्ययः/ समासनाम | वृत्तिः/शब्दप्रकारः | किमन्तः शब्दः |
---|---|---|---|---|---|---|---|
1 | निकार | निकारः | पुंलिङ्गः | निकृष्टीकरणम् | तृच् | कृत् | अकारान्तः |
2 | विप्रकार | विप्रकारः | पुंलिङ्गः | विप्रकरणम् | घञ् | कृत् | अकारान्तः |
3 | आकार | आकारः | पुंलिङ्गः | आकरणम् | घञ् | कृत् | अकारान्तः |
4 | इङ्ग | इङ्गः | पुंलिङ्गः | इङ्गनम् | घञ् | कृत् | अकारान्तः |
5 | इङ्गित | इङ्गितम् | नपुंसकलिङ्गः | क्त | कृत् | अकारान्तः | |
6 | परिणाम | परिणामः | पुंलिङ्गः | परिणमनम् | घञ् | कृत् | अकारान्तः |
7 | विकार | विकारः | पुंलिङ्गः | विकरणम् | घञ् | कृत् | अकारान्तः |
8 | विकृति | विकृतिः | स्त्रीलिङ्गः | विकरणम् | क्तिन् | कृत् | इकारान्तः |
9 | विक्रिया | विक्रिया | स्त्रीलिङ्गः | श | कृत् | आकारान्तः |