कुडव: प्रस्थ इत्याद्याः परिमाणार्थकाः पृथक् । पादस्तुरीयो भागः स्यादंशभागौ तु वण्टके ॥ ८९ ॥
शब्दसङ्ख्या | प्रातिपदिकम् | प्रथमान्तःशब्दः | लिङ्गम् | व्युत्पत्तिः | प्रत्ययः/ समासनाम | वृत्तिः/शब्दप्रकारः | किमन्तः शब्दः |
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1 | कुडव | कुडवः | पुंलिङ्गः | कवच् | बाहुलकात् | अकारान्तः | |
2 | प्रस्थ | प्रस्थः | पुंलिङ्गः | क | कृत् | अकारान्तः | |
3 | पाद | पादः | पुंलिङ्गः | घञ् | कृत् | अकारान्तः | |
4 | अंश | अंशः | पुंलिङ्गः | घञ् | कृत् | अकारान्तः | |
5 | भाग | भागः | पुंलिङ्गः | घञ् | कृत् | अकारान्तः | |
6 | वण्टक | वण्टकः | पुंलिङ्गः | घञ् | कृत् | अकारान्तः |