द्रोणक्षीरा द्रोणदुग्धा धेनुष्या बन्धके स्थिता । समांसमीना सा यैव प्रतिवर्षं प्रसूयते ॥ ७२ ॥
शब्दसङ्ख्या | प्रातिपदिकम् | प्रथमान्तःशब्दः | लिङ्गम् | व्युत्पत्तिः | प्रत्ययः/ समासनाम | वृत्तिः/शब्दप्रकारः | किमन्तः शब्दः |
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1 | द्रोणक्षीरा | द्रोणक्षीरा | स्त्रीलिङ्गः | द्रोणपरिमितं क्षीरमस्याः ॥ | बहुव्रीहिः | समासः | आकारान्तः |
2 | द्रोणदुग्धा | द्रोणदुग्धा | स्त्रीलिङ्गः | द्रोणं दोग्धि । | कप् | कृत् | आकारान्तः |
3 | धेनुष्या | धेनुष्या | स्त्रीलिङ्गः | निपातनात् | आकारान्तः | ||
4 | समांसमीना | समांसमीना | स्त्रीलिङ्गः | समायां समायां विजायते । | ख | तद्धितः | आकारान्तः |