युगादीनां तु वोढारो युग्यप्रासङ्ग्यशाकटाः । खनति तेन तद्वोढास्येदं हालिकसैरिकौ ॥ ६४ ॥
शब्दसङ्ख्या | प्रातिपदिकम् | प्रथमान्तःशब्दः | लिङ्गम् | व्युत्पत्तिः | प्रत्ययः/ समासनाम | वृत्तिः/शब्दप्रकारः | किमन्तः शब्दः |
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1 | युग्य | युग्यः | पुंलिङ्गः | युगम् ॥ | यत् | तद्धितः | अकारान्तः |
2 | प्रासङ्ग्य | प्रासङ्ग्यः | पुंलिङ्गः | प्रासङ्गम् ॥ | यत् | तद्धितः | अकारान्तः |
3 | शाकट | शाकटः | पुंलिङ्गः | शकटम् । | अण् | कृत् | अकारान्तः |
4 | हालिक | हालिकः | पुंलिङ्गः | हलेन ॥ | ठक् | तद्धितः | अकारान्तः |
6 | सैरिक | सैरिकः | पुंलिङ्गः | सीरेण ॥ | ठक् | तद्धितः | अकारान्तः |