सोऽभ्यमित्र्योऽभ्यमित्रीयोऽप्यभ्यमित्रीण इत्यपि । ऊर्जस्वलः स्यादूर्जस्वी य ऊर्जातिशयान्वितः ॥ ७५ ॥
शब्दसङ्ख्या | प्रातिपदिकम् | प्रथमान्तःशब्दः | लिङ्गम् | व्युत्पत्तिः | प्रत्ययः/ समासनाम | वृत्तिः/शब्दप्रकारः | किमन्तः शब्दः |
---|---|---|---|---|---|---|---|
1 | अभ्यमित्र्य | अभ्यमित्र्यः | पुंलिङ्गः | अमित्रस्याभिमुखम् । | अव्ययीभावः | समासः | अकारान्तः |
2 | अभ्यमित्रीय | अभ्यमित्रीयः | पुंलिङ्गः | अमित्रस्याभिमुखम् | छ | तद्धितः | अकारान्तः |
3 | अभ्यमित्रीण | अभ्यमित्रीणः | पुंलिङ्गः | अमित्रस्याभिमुखम् । | ख | तद्धितः | अकारान्तः |
4 | ऊर्जस्वाल् | ऊर्जस्वाल् | पुंलिङ्गः | ऊर्जस् = अतिशयित ऊर्जोऽस्यास्ति । | विनि | तद्धितः | लकारान्तः |
5 | ऊर्जस्विन् | ऊर्जस्विन् | पुंलिङ्गः | अतिशयित ऊर्जोऽस्यास्ति । | विनि | तद्धितः | नकारान्तः |