तत्कालस्तु तदात्वं स्यादुत्तर: काल आयतिः । सांदृष्टिकं फलं सद्यः उदर्कः फलमुत्तरम् ॥ २९ ॥
शब्दसङ्ख्या | प्रातिपदिकम् | प्रथमान्तःशब्दः | लिङ्गम् | व्युत्पत्तिः | प्रत्ययः/ समासनाम | वृत्तिः/शब्दप्रकारः | किमन्तः शब्दः |
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1 | तत्काल | तत्कालः | पुंलिङ्गः | स चासौ कलश्च ॥ | तत्पुरुषः | समासः | अकारान्तः |
2 | तदात्व | तदात्वम् | नपुंसकलिङ्गः | ‘तदा’ इत्यस्य भावः ॥ | अकारान्तः | ||
3 | आयति | आयतिः | स्त्रीलिङ्गः | आयंस्यन्तेऽत्र । | क्तिन् | स्त्रीप्रत्ययः | इकारान्तः |
4 | सांदृष्टिक | सांदृष्टिकम् | नपुंसकलिङ्गः | संदृष्टौ प्रत्यक्षे भवम् । | ठञ् | तद्धितः | अकारान्तः |
5 | उदर्क | उदर्कः | पुंलिङ्गः | उदर्क्यते । | घञ् | कृत् | अकारान्तः |