आहोपुरुषिका दर्पाद्या स्यात्सम्भावनात्मनि । अहमहमिका तु सा स्यात्परस्परं यो भवत्यहङ्कारः ॥ १०१ ॥
शब्दसङ्ख्या | प्रातिपदिकम् | प्रथमान्तःशब्दः | लिङ्गम् | व्युत्पत्तिः | प्रत्ययः/ समासनाम | वृत्तिः/शब्दप्रकारः | किमन्तः शब्दः |
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1 | आहोपुरुषिका | आहोपुरुषिका | स्त्रीलिङ्गः | अहो अहं पुरुषः । | तत्पुरुषः | समासः | आकारान्तः |
2 | अहमहमिका | अहमहमिका | स्त्रीलिङ्गः | अहमहशब्दोऽस्त्यत्र । | ठन् | तद्धितः | आकारान्तः |