पिशितं तरसं मांसं पललं क्रव्यमामिषम् । उत्तप्तं शुष्कमांसं स्यात्तद्वल्लूरं त्रिलिङ्गकम् ॥ ६३ ॥
शब्दसङ्ख्या | प्रातिपदिकम् | प्रथमान्तःशब्दः | लिङ्गम् | व्युत्पत्तिः | प्रत्ययः/ समासनाम | वृत्तिः/शब्दप्रकारः | किमन्तः शब्दः |
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1 | पिशित | पिशितम् | नपुंसकलिङ्गः | पिंशति । | इतन् | उणादिः | अकारान्तः |
2 | तरस | तरसम् | नपुंसकलिङ्गः | अच् | तद्धितः | अकारान्तः | |
3 | मांस | मांसम् | नपुंसकलिङ्गः | मन्यते । | स | उणादिः | अकारान्तः |
4 | पलल | पललम् | नपुंसकलिङ्गः | पलति, पल्यते वा । | कल | उणादिः | अकारान्तः |
5 | क्रव्य | क्रव्यम् | नपुंसकलिङ्गः | क्लवते । | यत् | कृत् | अकारान्तः |
6 | आमिष | आमिषम् | नपुंसकलिङ्गः | आमिषति । | क | कृत् | अकारान्तः |
7 | उत्तप्त | उत्तप्तम् | नपुंसकलिङ्गः | उत्तप्यते स्म । | क्त | कृत् | अकारान्तः |
8 | शुष्कमांस | शुष्कमांसम् | नपुंसकलिङ्गः | शुष्कं च तन्मांसं च ॥ | तत्पुरुषः | समासः | अकारान्तः |
9 | वल्लूर | वल्लूरः | पुंलिङ्गः, स्त्रीलिङ्गः, नपुंसकलिङ्गः | वल्लते, वल्ल्यते वा | ऊर | उणादिः | अकारान्तः |