भूतदी शीतभीरुश्च सैवास्फोता वनोद्भवा । शेफालिका तु सुवहा निर्गुण्डी नीलिका च सा ॥ ७० ॥
शब्दसङ्ख्या | प्रातिपदिकम् | प्रथमान्तःशब्दः | लिङ्गम् | व्युत्पत्तिः | प्रत्ययः/ समासनाम | वृत्तिः/शब्दप्रकारः | किमन्तः शब्दः |
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1 | भूपदी | भूपदी | स्त्रीलिङ्गः | भुवि पदमस्याः । | बहुव्रीहिः | समासः | ईकारान्तः |
2 | शीतभीरु | शीतभीरुः | पुंलिङ्गः | शीताद्भीरुः ॥ | तत्पुरुषः | समासः | उकारान्तः |
3 | आस्फोता | आस्फोता | स्त्रीलिङ्गः | आस्फोटयति । | अच् | कृत् | आकारान्तः |
4 | शेफालिका | शेफालिका | स्त्रीलिङ्गः | शेरते शेफा अलयोऽस्याम् । | बहुव्रीहिः | समासः | आकारान्तः |
5 | सुवहा | सुवहा | स्त्रीलिङ्गः | सुष्ठु वहत्यामोदम् । | अच् | कृत् | आकारान्तः |
6 | निर्गुण्डी | निर्गुण्डी | स्त्रीलिङ्गः | ईकारान्तः | |||
7 | नीलिका | नीलिका | स्त्रीलिङ्गः | कन् | तद्धितः | आकारान्तः |