अन्धकारोऽस्त्रियां ध्वान्तं तमिस्रं तिमिरं तमः । ध्वान्ते गाढेऽन्धतमसं क्षीणेऽवतमसं तमः ॥ ३ ॥
शब्दसङ्ख्या | प्रातिपदिकम् | प्रथमान्तःशब्दः | लिङ्गम् | व्युत्पत्तिः | प्रत्ययः/ समासनाम | वृत्तिः/शब्दप्रकारः | किमन्तः शब्दः |
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1 | अन्धकार | अन्धकारः | पुंलिङ्गः, नपुंसकलिङ्गः | घञ् | कृत् | अकारान्तः | |
2 | ध्वान्त | ध्वान्तम् | नपुंसकलिङ्गः | ध्वन्यते । | क्तः | अकारान्तः | |
3 | तमिस्र | तमिस्रम् | नपुंसकलिङ्गः | तमोऽस्त्यत्र । | अच् | तद्धितः | अकारान्तः |
4 | तिमिर | तिमिरम् | नपुंसकलिङ्गः | तिम्यति । | किरच् | बाहुलकाद् | अकारान्तः |
5 | तमस् | तमः | नपुंसकलिङ्गः | ताम्यत्यनेन । | असुन् | उणादिः | सकारान्तः |
6 | अन्धतमस | अन्धतमसम् | नपुंसकलिङ्गः | अन्धयति । अन्धं च तत्तमश्च । | अच् | अकारान्तः | |
7 | अवतमस | अवतमसम् | नपुंसकलिङ्गः | अव हीनं तमः | अच् | अकारान्तः |