प्रबन्धकल्पना कथा प्रवह्लिका प्रहेलिका । स्मृतिस्तु धर्मसंहिता समाहृतिस्तु संग्रहः ॥ ६ ॥
शब्दसङ्ख्या | प्रातिपदिकम् | प्रथमान्तःशब्दः | लिङ्गम् | व्युत्पत्तिः | प्रत्ययः/ समासनाम | वृत्तिः/शब्दप्रकारः | किमन्तः शब्दः |
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1 | प्रबन्धकल्पना | प्रबन्धकल्पना | स्त्रीलिङ्गः | प्रबन्धस्य कल्पना रचना स्तोकसत्या । | आकारान्तः | ||
2 | कथा | कथा | स्त्रीलिङ्गः | अङ् | कृत् | आकारान्तः | |
3 | प्रवल्हिका | प्रवल्हिका | स्त्रीलिङ्गः | प्रवल्हते आच्छादयति । | क्वुन् | उणादिः | आकारान्तः |
4 | प्रहेलिका | प्रहेलिका | स्त्रीलिङ्गः | प्रहेलयति अभिप्रायं सूचयति । | ण्वुल् | कृत् | आकारान्तः |
5 | स्मृति | स्मृतिः | स्त्रीलिङ्गः | वेदार्थस्मरणपूर्वकं रचितत्वात्स्मृतिः । | इकारान्तः | ||
6 | धर्मसंहिता | धर्मसंहिता | स्त्रीलिङ्गः | धर्मबोधार्थं रचिता संहिता । | क्तः | आकारान्तः | |
7 | समाहृति | समाहृतिः | स्त्रीलिङ्गः | समाहरणम् । | क्तिन् | कृत् | इकारान्तः |
8 | संग्रह | सङ्ग्रहः | पुंलिङ्गः | संग्रहणम् । | अप् | कृत् | अकारान्तः |